हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने एक किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़ किया हैं. किडनी के अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है जिसमें 2 डोनर्स हैं. पुलिस ने बताया कि किडनी देने वाले सभी लोग बांग्लादेशी हैं और दो-दो लाख रुपये में जयपुर में सौदा हुआ था. वहां किडनी निकलवाने के बाद इस गैंग के लोगों ने डोनर्स को गुरुग्राम के एक गेस्ट हाउस में रखा था.
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने एक बड़े किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने अंगों की खरीद-फरोख्त के आरोप में पांच डोनर्स और उसे लेने वाले लोगो को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा और राजस्थान में अंग ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़ होने के 10 दिन बाद ये गिरफ्तारी हुई है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में तीन किडनी लेने वाले और दो डोनर्स शामिल हैं. ये सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. किडनी ट्रांसप्लांट के लिए डोनर्स ने दो-दो लाख रुपये लिए थे.
पुलिस ने कहा कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड मोहम्मद मुर्तजा अंसारी है जो मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है और अभी फरार है. अधिकारियों के मुताबिक, 4 अप्रैल को सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड, जिला स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम पुलिस की संयुक्त टीम ने जयपुर के दो निजी अस्पतालों में पैसे लेकर किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था.
उन्होंने कहा था कि इस रैकेट का भंडाफोड़ गुरुग्राम सेक्टर-39 के एक होटल में छापेमारी के बाद हुआ था, जहां एक बांग्लादेशी नागरिक पाया गया था, उसने पैसों के “संदिग्ध” लेन-देन के बाद जयपुर के एक अस्पताल में किडनी निकालने की व्यवस्था कराई थी.
ट्रांसप्लांट के बाद गिरोह कथित तौर पर मरीज और डोनर को गुरुग्राम के एक गेस्ट हाउस में रुकवाता था. उन्होंने बताया कि शनिवार को पुलिस ने पांच डोनर्स और उसे लेने वाल लोगों को गिरफ्तार किया है.
इसको लेकर सदर पुलिस स्टेशन के SHO अर्जुन धुंधाड़ा ने कहा, “हमने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, उन्हें अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.”
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों की पहचान किडनी लेने वाले अहसानुल (31), नुरुल इस्लाम (56) महमूद सैयद अकब (25) और डोनर्स शमीम मेहंदी हसन (34) और हुसैन एमडी आजाद (30) के रूप में हुई है.