पाकिस्तान में बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से चार दिनों में 63 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक बलूचिस्तान में सामान्य से 256 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. पूरे पाकिस्तान में इस महीने सामान्य से 61 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है.
पाकिस्तान में बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से चार दिनों में 63 लोगों की मौत हो गई है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ज्यादातर मौतें पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं. यहां इमारत के ढहने से 32 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं.
1370 मकान क्षतिग्रस्त
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता खुर्शीद अनवर के अनुसार, उत्तर पश्चिम में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. आंकडों को मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है, जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. बलूचिस्तान में बुधवार को भी बचाव और राहत कार्य जारी है, हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है.
अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है. पाकिस्तान मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जहीर अहमद बाबर ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण अप्रैल के महीने में पाकिस्तान में भारी बारिश हो रही है.
सामान्य से 256 प्रतिशत अधिक बारिश
बाबर ने बताया, अब तक बलूचिस्तान में सामान्य से 256 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. पूरे पाकिस्तान में इस महीने सामान्य से 61 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, और यह दर्शाता है कि हमारे देश में जलवायु परिवर्तन पहले ही हो चुका है. उन्होंने बताया कि 2022 में भारी बारिश से नदियां उफान पर आ गईं और एक समय पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ से घिर गया. इसमें 1,739 लोगों की जान चली गई. बाढ़ से 30 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान भी हुआ, जिससे उबरने के लिए पाकिस्तान अभी भी कोशिश कर रहा है.
पड़ोसी अफगानिस्तान में भी इस महीने भारी बारिश हुई. वहां बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है.